33 लाख कॉल ऑप्शंस को निकालना और 30 लाख पुट ऑप्शंस की ट्रेडिंग ने कल ही साफ कर दिया था कि बाजार आज कमजोर रहेगा। इसलिए निफ्टी के 5330 तक गिरने का पूरा अंदेशा था। लेकिन एक बार फिर डेरिवेटिव सौदों में फिजिकल सेटलमेंट के अभाव ने बाजार को निपटा दिया। बाजार के उस्तादों ने मौका ताड़कर एक बजकर 57 मिनट पर निर्णायक हमला बोल दिया। अफवाहों के दम पर निफ्टी को 2.54 फीसदी तोड़कर 5228.45 औरऔरऔर भी

हमने परसों ही कहा था कि बाजार 300 से 350 अंक बढ़ सकता है, जिसकी वजह और कुछ नहीं, बल्कि रोलओवर का दौर होगा। बाजार ने बजट पर बुरी तरह प्रतिक्रिया दिखाई और लोग शॉर्ट करने के चक्कर में पड़ गए। इसलिए बाजार को वापस उठना ही था। निफ्टी आज 90 अंक से ज्यादा बढ़कर 5364.95 पर बंद हुआ है, जबकि निफ्टी फ्यूचर्स का आखिरी भाव 5403.75 रहा है। मुझे अब कोई आश्चर्य नहीं होगा जो निफ्टीऔरऔर भी

धीरे-धीरे बजट की कलई उतर रही है और सारी दुनिया को समझ में आ रहा है कि वो कितना और क्यों बुरा है। बजट में सबसे खतरनाक प्रावधान जीएएआर (जनरल एंटी एवॉयडेंस रूल) का है जो कहीं न कहीं मानकर चलता है कि हर करदाता करचोर है और इसलिए उसे सज़ा दी जानी चाहिए। आयकर विभाग को फिलहाल जिस तरह की अंधाधुंध सत्ता मिली हुई है, उसमें लोगों को खामखां परेशान करने और भ्रष्टाचार के मामले इससेऔरऔर भी

जब सारा बाजार शुक्रवार को लांग सौदे करने में लगा था, तब हमने कहा कि बजट बुरा है और निफ्टी को बेचो। निफ्टी धराशाई हो गया। आज प्री-ओपन सत्र में निफ्टी 5340.70 तक पहुंच गया और शुक्रवार से 0.37 फीसदी ऊपर था। लेकिन बाद में बाजार को बजट के बुरा होने का अहसास हुआ और निफ्टी लगातार गिरने लगा। अंत में 1.14 फीसदी की गिरावट के साथ 5257.05 पर बंद हुआ। इसी तरह निफ्टी फ्यूचर्स का आखिरीऔरऔर भी

बाजार की चाल निराली है। वित्त मंत्री के बजट भाषण शुरू करने के आधे घंटे में इसकी दशा-दिशा दिखाने वाला सूचकांक निफ्टी 5445.65 की ऊंचाई तक जा पहुंचा। फिर गिरने-उठने लगा और आखिर में कल से 1.16 फीसदी की गिरावट के साथ 5317.90 पर बंद हुआ। मुझे भी लगता है कि बजट में ऐसा कुछ नहीं, जिसे खास माना जाए। निजी आयकर में छूट की सीमा को 20,000 रुपए बढ़ा देने से लोगों की खर्च करने कीऔरऔर भी

मैंने कहा था कि ब्याज दर में कटौती नहीं होगी और कटौती वाकई नहीं हुई। असल में रेपो दर में 0.25 फीसदी और एसएलआर में एक फीसदी कमी की बात जानबूझकर फैलाई जा रही थी। एक विदेशी मीडिया तक ने ऐसी खबर चलाई थी। ब्याज नहीं घटी तो बाजार में स्वाभाविक रूप से निराशा छा गई। और, तब बाजार को गिरना ही था। निफ्टी आखिरकार 1.53 फीसदी की गिरावट के साथ 5380.50 पर बंद हुआ। वहीं, निफ्टीऔरऔर भी

मेरे तईं रेल बजट बाजार के लिए कोई खास मायने नहीं रखता। हम बखूबी जानते हैं कि चाहे वो रेल बजट हो या आम बजट, सरकार के लिए धन जुटाना बड़ी समस्या है। फिर भी रेल मंत्री दिनेश त्रिवेदी ने सालों बाद किराया बढ़ाने की जुर्रत की है, जिसके लिए उनकी दाद देनी पड़ेगी। हालांकि मैं तो अर्थव्यवस्था की उस सूक्ष्म तस्वीर को पकड़ने की कोशिश कर रहा हूं जो निश्चित रूप से बजट के छोटे दायरेऔरऔर भी

बाजार इसलिए नहीं बढ़ रहा कि बजट में बहुत कुछ अच्छा होने वाला है, बल्कि उसके बढ़ने की सीधी वजह यह है कि ब्याज दरों में कटौती का सिलसिला शुरू हो चुका है। 15 मार्च को रिजर्व बैंक रेपो दर में 0.25 फीसदी की कमी कर सकता है। इन्हीं उम्मीदों के बीच निफ्टी आज दिन के सर्वोच्च स्तर से एकदम करीब 5429.50 पर बंद हुआ है। यह कल से 1.31 फीसदी ऊपर है। निफ्टी फ्यूचर्स आज 5476औरऔर भी

बाजार आज तकरीबन पांच मिनट को छोड़कर बाकी दिन भर ऊपर बना रहा। सेंसेक्स 0.48 फीसदी की बढ़त लेकर 17,587.67 और निफ्टी 0.49 फीसदी की बढ़त के साथ 5359.55 पर बंद हुआ। लेकिन एमसीएक्स नीचे में 1214 रुपए तक चला गया। यह मेरी उस धारणा की पुष्टि करता है कि आईपीओ में ओवर-सब्सक्रिप्शन ऊपर से कराया गया था, मैनेज किया गया था और जो भी मांग दिखाई गई, वह बनावटी थी। यही वजह है कि जिन लोगोंऔरऔर भी

बाजार का रुझान तो बुधवार को ही बदलने लगा था क्योंकि ज्यादातर ट्रेडरों ने मंदी का नजरिया पकड़ लिया था। यहां तक कि मैंने भी 5277 के नीचे जाने पर बाजार के गिरने की धारणा पाल ली थी। लेकिन हमारी टीम के ही दूसरे सदस्यों ने कहा कि बेचो मत, बाजार ओवरसोल्ड अवस्था में पहुंच चुका है और बहुत तेजी से 5600 तक पहुंच जाएगा। आज मैं उनकी समझ व दृष्टि की दाद देता हूं। सभी लोगऔरऔर भी