आशा, उम्मीद और नोटों के प्रवाह के दम पर फूला शेयर बाज़ार जब गिरता है तो सबसे पहली मार स्मॉल-कैप और मिडकैप स्टॉक्स पर पड़ती है। हालांकि इसकी चपेट से बड़े-बड़े दिग्गज भी नहीं बच पाते। शायद आपको याद नहीं होगा कि पिछली चपेट में दिसंबर 2007 से मार्च 2009 तक के दौरान कोटक महिंद्रा बैंक 82.1%, लार्सन एंड टुब्रो 70.5%, एचडीएफसी 57.9, मारुति 54.2% और टाइटन 52.4% लुढ़क गया था। अब तथास्तु में आज की कंपनी…
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