जिस तरह खुद दवा लेना स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है, उसी तरह मनमर्जी से निवेश करना वित्तीय सेहत के लिए घातक हो सकता है। लेकिन आज डॉक्टर तो हर बाज़ार व मोहल्ले में मिल जाएंगे, जबकि वित्तीय सलाहकार नहीं मिलते। बहुत हुआ तो बीमा एजेंट मिलते हैं जिनका मुख्य मकसद कमीशन कमाना है। ऐसे में आम निवेशक को मजबूरन खुद अपना वित्तीय सलाहकार बनना पड़ता है। बड़ी कठिन चुनौती है यह। अब तथास्तु में आज की कंपनी…औरऔर भी