ट्रेडिंग के स्टॉक्स चुनते वक्त सबसे अहम है उनके भावों का ट्रेन्ड। हमें देखना होता है कि उनका लॉन्ग टर्म (दो-तीन साल) ट्रेन्ड, मीडियम टर्म (तीन से छह महीने) ट्रेन्ड और शॉर्ट टर्म (5-20 दिन) ट्रेन्ड क्या चल रहा है। अगर तीनों ट्रेन्ड तेज़ी के हों तो सबसे अच्छा है। अन्यथा, कम से कम लॉन्ग और मीडियम टर्म तो तेज़ी के होने ही चाहिए। इनमें हम रिट्रेसमेंट ट्रेड से कमाते हैं। अब पकड़ते हैं मंगलवार की दृष्टि…औरऔर भी