जब तक हम देना नहीं शुरू करते, तब तक हमेशा छोटे बने रहते हैं। सिर्फ पाने की चाह हमें कमजोर व दीन-हीन बनाए रखती है। इससे निकलना है तो हमें बेधड़क देने का सिलसिला शुरू करना होगा।
2011-02-07
जब तक हम देना नहीं शुरू करते, तब तक हमेशा छोटे बने रहते हैं। सिर्फ पाने की चाह हमें कमजोर व दीन-हीन बनाए रखती है। इससे निकलना है तो हमें बेधड़क देने का सिलसिला शुरू करना होगा।
© 2010-2020 Arthkaam ... {Disclaimer} ... क्योंकि जानकारी ही पैसा है! ... Spreading Financial Freedom