ग्रेन्यूल्स के पीछे हैं मजबूत हाथ

ग्रेन्यूल्स इंडिया के बारे में तकनीकी विश्लेषक बताते हैं कि उसमें लंबी व मध्यम अवधि (तीन महीने से लेकर साल भर) का ‘बुलिश’ रुख है और यह बढ़कर 121 रुपए तक जा सकता है। कल यह 1.97 फीसदी बढ़कर 103.30 रुपए पर बंद हुआ है। ग्रेन्यूल्स इंडिया हैदराबाद स्थित दवा कंपनी है। पहले कंपनियों को दवाओं के अवयव (एपीआई) और फॉर्मूलेशन के मध्यवर्ती उत्पाद (पीएफआई) ही बनाकर सप्लाई करती थी। अब पूरी तरह तैयार दवाएं भी बनाने लगी है। दुनिया के 50 से ज्यादा देशों में 300 से ज्यादा कंपनियां उसकी ग्राहक हैं। इस सभी जगहों पर उसने अपने ऑफिस बना रखे हैं।

कंपनी के चेयरमैन डॉ. सी नागेश्वर राव और प्रबंध निदेशक सी कृष्णा प्रसाद हैं। उसके निदेशकों में एम्फी (एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया) के पूर्व चेयरमैन ए पी कुरियन भी शामिल हैं। काफी दुरुस्त व पारदर्शी कंपनी है। वित्त वर्ष 2009-10 में उसने 461.09 करोड़ रुपए की आय पर 30.34 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ कमाया था। इस साल जून 2010 की पहली तिमाही में 109.33 करोड़ रुपए की आय पर 1.92 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ हासिल किया है। साल भर पहले की इसी अवधि में उसने 105.92 करोड़ रुपए की आय पर 8.68 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ कमाया था। इस तरह कंपनी की आय में थोड़ी वृद्धि के बावजूद उसके लाभ में भारी गिरावट आई है। इसकी वजह यह है कि पिछली बार से इस बार उसका खर्च 5.68 करोड़ रुपए बढ़ गया है। लेकिन यह तात्कालिक दौर है जो बीत जाएगा।

इस समय कंपनी का टीटीएम ईपीएस (प्रति शेयर लाभ) 8.57 रुपए है और उसका शेयर 12.05 के पी/ई अनुपात पर ट्रेड हो रहा है, जबकि इसी उद्योग की अन्य कंपनी सिप्ला का मौजूदा पी/ई अनुपात 24.02 है। ग्रेन्यूल्स इंडिया की प्रति शेयर बुक वैल्यू 100.98 रुपए है। यानी, बुक वैल्यू और शेयर बाजार में चल रहे भाव में दो-तीन रुपए का फर्क है। उसका शेयर पिछले कुछ महीनों से 90 से 105 रुपए के बीच डोल रहा है। इसी साल 4 मई को उसने 114.90 रुपए पर पिछले 52 हफ्ते का उच्चतम स्तर हासिल किया है। नीचे में वह 78.65 रुपए (3 नवंबर 2009) तक जा चुका है। शेयर में नई तंरग उठ रही है। इसका संकेत इस बात से मिलता है कि कल अचानक इसमें वोल्यूम काफी बढ़ गया।

इसके शेयर का अंकित मूल्य 10 रुपए है और वह बीएसई (कोड – 532482) व एनएसई (कोड – GRANULES) मे लिस्टेड हैं। कंपनी की इक्विटी 20.06 करोड़ रुपए है। इसका 34.58 फीसदी हिस्सा प्रवर्तकों का है, जिसमें से विदेशी प्रवर्तक ने भी 0.62 फीसदी लगा रखा है। एफआईआई के पास कंपनी के मात्र 1.27 फीसदी और डीआईआई के पास केवल 0.03 फीसदी शेयर हैं। जाहिर है इस संस्थाओं की निगाहों में यह कंपनी चढ़ी तो फौरन इसके शेयर नई मंजिल पर पहुंच सकते हैं। नोट करने की बात यह है कि कंपनी में विश्व बैंक से जुड़ी संस्था अंतरराष्ट्रीय वित्त निगम (आईएफसी) ने पब्लिक के हिस्से में 10.26 फीसदी इक्विटी लगा रखी है। साथ ही अमेरिकी कंपनी आईएसपी इनवेस्टको ने भी सीधे 11.02 फीसदी इक्विटी खरीद रखी है। इसी तरह रिज़बैक कैपिटल एशिया ने ग्रेन्यूल्स इंडिया के 10.87 फीसदी शेयर ले रखे हैं। जाहिरा तौर पर इतना बड़ा सीधा विदेश निवेश कंपनी की संभावना और दमखम की तरफ इशारा करता है।

अंत में एक बात और कि एचसीसी में बने रहने की सलाह है। इसे अब भी खरीदा जा सकता है। बाजार सूत्रों का कहना है कि यह 67 का स्तर पार करते ही सीधे 76 रुपए तक जाएगा। आगे इसका लक्ष्य 150 रुपए का है। इसलिए एचसीसी को लेकर धीरज खोने की कोई जरूरत नहीं है।

1 Comment

  1. See Surya Roshni ; touched life time high today , i recommended this @ Rs 85/- sometimes back .Bang on the target of Rs 120/- .Please try to find out the future prospects.
    McLeod Russel may be the other one to participate now as the Tea prices to surge due to fall in quantity of crop this year.
    Also consider C & c Constructions for sure.

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