वरना ब्रोकर के चले जाते 100 करोड़!

पिछले दस सालों में केवल एक साल को छोड़ दें तो कभी भी मुहूर्त ट्रेडिंग के दिन शेयर बाजार नीचे नहीं गया है। कारण यह है कि मुहूर्त ट्रेडिंग में ज्यादातर गुजराती ट्रेडर भाग लेते हैं और वे दिवाली के दिन बेचने के बजाय खरीदना ही पसंद करते हैं। केवल 9 नवंबर 2007 को दिवाली के दिन बीएसई सेंसेक्स 0.8 फीसदी या 151 अंक गिर गया था। 8 नवंबर 2007 को यह 19,059 पर था, जबकि 9 नवंबर को 18,908 पर बंद हुआ।

वैसे इधर साल भर से चल रही गिरावट के बावजूद पिछले दस सालों में बाजार बढ़कर पांच गुने से ज्यादा हो गया है। सेंसेक्स 14 नवंबर 2001 की दिवाली पर 3113.04 अंक पर बंद हुआ था, जबकि इस दिवाली 26 अक्टूबर 2011 को 17288.83 पर बंद हुआ है। यह कुल मिलाकर 455.37 फीसदी की वृद्धि है। इसे चक्रवृद्धि दर में बदलें तो सालाना बढ़त 18.70 फीसदी की निकलती है। यह है शेयर बाजार का लांग टर्म रिटर्न जिसे दूसरा कोई भी निवेश माध्यम या एसेट क्लास मात नहीं दे सकता। यहां लंबे समय में ही कमाई होती है। ट्रेडर तो, अगर गुल टेकचंदानी के शब्दों में कहें तो, कंगाल होते-होते दक्षिण मुंबई में नरीमन प्वाइंट जैसे पॉश इलाके से सूदूर नवी मुंबई के खारघर इलाके में जाकर गिरते हैं।

कल संवत 2068 की शुरुआत भी अच्छी हुई है। बीएसई में ब्रोकरों के साथ उनके परिवारवालों और फिल्मी सितारों तक के दर्शन मिले। सेंसेक्स 17,350.49 तक ऊंचा जाने के बाद 17,288.83 पर बंद हुआ। लेकिन एक्सचेंज में नए-नए जोर पकड़ते डेरिवेटिव सेगमेंट में लफड़ा हो गया। बताते हैं दिल्ली के एक ब्रोकर ने सॉफ्टवेयर आधारित अलगोरिदम ट्रेडिंग के जरिए सेंसेक्स फ्यूचर्स में नीचे में 14,000 तक के सौदे डाल दिए। उसकी औसत बोली 15,000 की रही। डेरिवेटिव सेगमेंट का वोल्यूम 27,000 करोड़ रुपए के असामान्य स्तर तक जा पहुंचा, जबकि पिछले एक महीने से चल रही नई पहल के बावजूद वहां का औसत वोल्यूम 500 करोड़ रुपए के आसपास रहता है। परसों 25 अक्टूबर को सेंसेक्स फ्यूचर्स व कॉल-पुट ऑप्शन को मिलाकर कुल वोल्यूम 270.92 करोड़ रुपए का रहा था।

बीएसई ने इस गड़बड़ी को फौरन पकड़ लिया और 6 बजे मुहूर्त ट्रेडिंग खत्म होने के करीब डेढ़ घंटे बाद ही कल के सारे डेरिवेटिव सौदों को रद्द करने का फैसला कर लिया। अगर ऐसा नहीं हुआ होता तो अकेले दिल्ली के इस ब्रोकर को 100 करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान उठाना पड़ता। लेकिन समझ में नहीं आता कि कोई अपना ही नुकसान क्यों करना चाहेगा? खैर, बीएसई ने इस सदस्य को बाजार के सभी सेगमेंट में प्रॉप्राइटरी ट्रेडिंग से सस्पेंड कर दिया है और पूरे मामले की व्यापक जांच शुरू करने की बात कही है। एक्सचेंज ने इस ब्रोकर का नाम नहीं बताया है।

कल हमारे चक्री महाशय ने जिन आठ शेयरों को मुहूर्त ट्रेडिंग के लिए साल भर की खातिर चुना था, उनमें से पांच बढ़े हैं जबकि तीन में मामूली गिरावट आई है। पिपावाव डिफेंस 0.88 फीसदी, एस्कोर्ट्स 0.96 फीसदी, हिंडाल्को इंडस्ट्रीज 2.19 फीसदी, एसबीआई 1.44 फीसदी और बॉम्बे डाईंग 0.32 फीसदी बढ़ा है, जबकि टाटा स्टील 0.11 फीसदी, रिलायंस इंडस्ट्रीज 0.19 फीसदी और सेंचुरी टेक्सटाइल्स 0.44 फीसदी गिरा है। आठ में से पांच शेयरों का मुहूर्त पर बढ़ जाना कोई कमजोर रिकॉर्ड नहीं है। लेकिन चक्री जी ने पिछली दिवाली पर जिन तीन स्टॉक्स – क्विंटेग्रा सोल्यूशंस, कैम्फर एंड एलायड प्रोडक्ट्स और त्रिवेणी ग्लास में 300-500 फीसदी रिटर्न की बात की थी और इस बात को कट पेस्ट करके रख लेने को कहा था, वे बढ़ने के बजाय बहुत-बहुत ज्यादा नीचे आ गए हैं।

इस आधार पर मेरा आप सभी लोगों के आग्रह है कि बाजार के किसी भी शख्स पर आंख मूंदकर भरोसा न करें। चक्री महोदय असल में तेजड़िए हैं। ऐसे तेजड़िए कि हमेशा बाजार से लेकर अलग-अलग शेयरों को उठाने में लगे रहते हैं। अगर बाजार में अकेले उनकी चलती तो वे जरूर अपनी उद्घोषणाओं में कामयाब रहते। लेकिन बाजार में मंदड़ियों का भी वजूद है और उनके बिना बाजार पूरा ही नहीं होता। इन दोनों खेमों में रस्साकसी चलती रहती है। यह भी तथ्य है कि कोई हमेशा के लिए मंदड़िया या तेजड़िया नहीं होता। वे बराबर अपना रोल बदलते रहते हैं। इन सब पहलुओं को ध्यान में रखते हुए ही चक्री की बातों को देखा जाना चाहिए। वे जिस भी कंपनी के बारे में बताएं, पहले उसके मूलभूत पक्षों के बार में तसल्ली कर लें, तभी निवेश करें। नहीं तो पछताना पड़ सकता है। वैसे भी, उनका कॉलम हम निवेश की सलाह के लिए नहीं, बल्कि शिक्षा के मकसद से पेश कर रहे हैं।

1 Comment

  1. HAPPY DIWALI, sir aap ka kehna sahi he ki wo jis co. ke bare me bolte he wo shr down ho jata he or up kabi nahi hota, kahi esa to nahi ki wo apna maal khali karne ke liye wahi shr ko up karke public ko topi pehna na chate ho?? muje esa lagta he or wo bhi bahot shr me fase he, camphore or quientengra unno ne mkt me block deal kiya this month me or public ko topi pehna ne ki kosis kar rahe he, mene unka naam block deal me dekha he, wo camphore or quientengra block deal kiya he,
    kher, wo agar itna expert he to khud kyu loss kar rahe he,??

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