हौले-हौले चुपचाप संभलता बाजार

उम्मीद और नाउम्मीदी के बीच झूल रहा है बाजार। मंदडिए जाहिरा तौर पर हावी हैं। लेकिन वे जब हर तरफ अपना डंका बजा रहे हैं, तब बाजार चुपचाप उनके हमले से तहस-नहस हालात को संभालने में जुट गया है। मेरे बहुत से दोस्त निफ्टी में 4000 पर पुट ऑप्शन या बेचने के सौदे करके बैठ गए हैं। लेकिन अब उन्हें लग रहा है कि वे ऐसा करके बुरे फंस गए हैं।

बाजार ने सुधरने का एक पैटर्न-सा बना लिया है जो इस वक्त बहुतों को न तो दिखेगा और न ही समझ में आएगा क्योंकि दूसरे सभी संकेतक अब भी नीचे की दिशा की तरफ ही इशारा कर रहे हैं। आज भी सुबह बाजार तेजी से खुला और डेढ़ बजे तक 4763.45 तक पहुंचने के बाद धड़ाम हो गया। अंत में निफ्टी 0.42 फीसदी गिरकर 4714 पर बंद हुआ। कल तक हमें उम्मीद थी कि निफ्टी 4840 तक जा सकता है।

असल में बहुत से विशेषज्ञों ने भारत को ब्रिक देशों (ब्राजील, रूस, भारत व चीन) में निवेश के लिहाज से हाथ निकला मामला बताकर खारिज कर दिया है। इसकी वजह उन्होंने उन आर्थिक हालात और राजनीतिक संत्रास को बताया है जिससे भारत इस वक्त गुजर रहा है। यह है अंतर 2008 और 2011 की सोच व स्थिति का। तब हमने सब कुछ संभाल लिया था। आज हम सब कुछ गलत किए जा रहे हैं।

रूस के केंद्रीय बैंक ने अचानक रीफाइनेंस की दर 8.25 फीसदी से घटाकर 8 फीसदी कर दी है। इससे यूरोपीय देशों को कुछ हद तक मदद मिल सकती है। कुछ जानकार कह रहे हैं कि जून 2012 तक यूरोप का सारा संकट सुलझ जाएगा। खैर, जैसा कि हमने पहले कहा था कि बाजार अब गिरते वक्त पहले से थोड़ा ऊपर ठहरने लगा है। इससे सकारात्मक संकेत मिलता है। लेकिन रोलओवर का क्रम शुरू हो रहा है। इसलिए डेरिवेटिव सौदों में 29 दिसंबर को एक्सायरी आने तक तक बाजार में तकलीफ का दौर चलेगा। ट्रेडरों के सामने इससे बचने का कोई उपाय भी नहीं है। मेरा अपना आकलन है कि इस दौरान बाजार का रुख ऊपर जाने का होगा।

हम अपने ही नहीं, औरों के भी किए का फल भोगते हैं। इसलिए खुद के अलावा दूसरों के कर्मों को भी सही करवाना जरूरी है।

(चमत्कार चक्री एक अनाम शख्सियत है। वह बाजार की रग-रग से वाकिफ है। लेकिन फालतू के कानूनी लफड़ों में नहीं पड़ना चाहता। इसलिए अनाम है। वह अंदर की बातें आपके सामने रखता है। लेकिन उसमें बड़बोलापन हो सकता है। आपके निवेश फैसलों के लिए अर्थकाम किसी भी हाल में जिम्मेदार नहीं होगा। यह मूलत: सीएनआई रिसर्च का कॉलम है, जिसे हम यहां आपकी शिक्षा के लिए पेश कर रहे हैं)

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