नहीं पता कि इस कंपनी का शेयर घटेगा कि बढ़ेगा, और बढ़ेगा तो कब और कितना। लेकिन इतना पता है कि खरीदारी और लेनदेन के तेजी से बदलते इस दौर में हैदराबाद की यह कंपनी जरूर बढ़ती जाएगी। बॉरट्रॉनिक्स छोटे-बड़े सामानों से लेकर तमाम तरह के कार्डों में वो चुम्बकीय पट्टी लगाने के सोल्यूशंस उपलब्ध कराती है जिनसे मशीन के संपर्क में आते ही सारी छिपी जानकारियां सामने आ जाती हैं। मॉल बढ़ेगे, संगठित रिटेल का दायराऔरऔर भी

मंगलवार को बीएसई सेंसेक्स 240 अंक गिरा और एनएसई निफ्टी 77 अंक। लेकिन जीआईसी हाउसिंग फाइनेंस दोनों ही एक्सचेंजों में पहुंच गया 52 हफ्तों के उच्चतम स्तर 106.40 रुपए (एनएसई) व 106.45 रुपए (बीएसई) पर। हालांकि बंद हुआ यह क्रमशः 104.15 और 104.10 रुपए पर। बढ़त का यह सिलसिला अभी जारी रहने का अनुमान है। असल में जीआईसी (साधारण बीमा निगम) और चार पांच सहायक कंपनियों – नेशनल इंश्योरेंस, ओरिएंटल इंश्योरेंस, यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस, न्यू इंडिया एश्योरेंसऔरऔर भी

सूर्या रोशनी में सब कुछ है। नाम है, धंधा है, ब्रांड है। 1973 में बनी पुरानी कंपनी है। बिजली के नए से नए लैंप व ट्यूबलाइट के साथ ही वह स्टील के पाइप व स्ट्रिप भी बनाती है। प्रबंधन चौकस है। 2009-10 में उसने 1938.93 करोड़ रुपए के कारोबार पर 45.17 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ कमाया है। उसकी प्रति शेयर बुक वैल्यू अभी 88.71 रुपए है और प्रति शेयर लाभ (ईपीएस) है 16.23 रुपए। लेकिन शेयरऔरऔर भी