anil writing

उनको इतनी मिर्ची लग जाएगी, अंदाजा नहीं था। दुख इस बात का है कि छल-प्रपंच में लगी स्पीक एशिया की तरफदारी ऐसे लोग कर रहे हैं जो बड़ी ईमानदारी व मेहनत से घर-परिवार चलाते हैं। मानस कुमार भले ही स्पीक एशिया के घोटालेबाज टीम से सदस्य हों, लेकिन महेश, हरप्रीत, रंजीत, अजीत, धीरज रावत, नितेश और ‘बेनामी’ झलक तक हमारे-आप जैसे लोग हैं जो अपनी व अपनों की जिंदगी में खुशियां बिखेरना चाहते हैं। झलक की यहऔरऔर भी

जेल में बंद अंडरवर्ल्ड डॉन अबू सलेम और स्पीक एशिया में क्या समानता है? दोनों का वकील एक है और इनका नाम है – अशोक सरावगी। खैर, ऐसा होना आम बात है। सरावगी ने तो आमिर अजमल कसाब का भी एडवोकेट बनने की पेशकश की थी। खास बात यह है कि पिछले हफ्ते शुक्रवार, 20 मई को सरावगी ने मुंबई में स्पीक एशिया की तरफ से एक प्रेस कांफ्रेंस की जिसमें उन्होंने कहा कि स्पीक एशिया अपनेऔरऔर भी

हसन अली पुणे महाराष्ट्र का रहनेवाला वो शख्स है जिसका घोषित धंधा घुड़दौड़ का है। मुंबई में महालक्ष्मी रेसकोर्स का वह ख्यात-कुख्यात बिजनेसमैन है। लेकिन हकीकत में वह हमारे राजनेताओं और रसूखदार लोगों के लिए ऐसा घोड़ा है जिसकी पीठ पर सवार होकर इन्होंने अपनी अवैध कमाई स्विस बैंकों के गोपनीय खातों तक पहुंचाई है। आयकर विभाग हसन अली से पेनाल्टी समेत एक लाख करोड़ रुपए की मांग करनेवाला है, जिसमें 72,000 करोड़ रुपए चुराए गए टैक्सऔरऔर भी