ग्रहों का अध्ययन करने वाले वैज्ञानिकों ने ऐसे प्रमाण ढ़ूंढ़ने का दावा किया है जो यह साबित करते हैं कि सौरमंडल की शुरूआती चट्टानें भुरभुरी और मुलायम थीं। कुर्टीन विश्वविद्यालय, लंदन के इम्पीरियल कॉलेज और लीवरपूल विश्वविद्यालय के इस अंतरराष्ट्रीय दल ने पहली बार ऐसे प्रमाण पेश किए हैं जिनसे सौरमंडल की शुरूआती चट्टानों के बनने के सिद्धांत को समर्थन मिलता है। इस दल की अगुवाई कुर्टीन विश्वविद्यालय के प्रोफेसर फिल ब्लैंड ने की है। उन्होंने कहा,औरऔर भी

वाइकिंग मिथक के अनुसार ग्रहण तब लगता है जब स्कोल और हैती नाम के दो भेड़िए सूरज या चंद्रमा को जकड़ लेते हैं। इसीलिए जब भी ग्रहण पड़ता था तो वाइकिंग लोग खूब शोर मचाते और ढोल बजाते थे ताकि वे भेड़िए डर कर आसमान से भाग जाएं। कुछ समय बाद लोगों ने महसूस किया कि उनकी ढोल-तमाशे का का ग्रहण पर कोई असर नहीं पड़ता। ग्रहण तो अपने-आप ही खत्म हो जाता है। प्रकृति के तौर-तरीकोंऔरऔर भी