ख्वाब देखें बड़ा। लेकिन बोलें छोटा। होता यह है कि ज्यादातर लोग सपने तो छोटे देखते हैं, पर बोलते हैं बढ़ा-चढ़ाकर। झूठे गुरूर में डूबे ऐसे लोगों को पता ही नहीं चलता कि वे कब जगहंसाई के पात्र बन गए।और भीऔर भी

जब तक हम देना नहीं शुरू करते, तब तक हमेशा छोटे बने रहते हैं। सिर्फ पाने की चाह हमें कमजोर व दीन-हीन बनाए रखती है। इससे निकलना है तो हमें बेधड़क देने का सिलसिला शुरू करना होगा।और भीऔर भी

किसी को छोटा दिखाने से क्या फायदा! उसे छोटा दिखाने से हमारी ताकत ही घटती है, कद नहीं बढ़ता। किसी भी लकीर को छोटा दिखाने का सबसे अच्छा तरीका है उसके सामने बड़ी लकीर खींच देना।और भीऔर भी