आदत तो डालो
2011-07-12
आदतों के बिना ज़िंदगी नहीं चलती। एकदम रसहीन बन जाती है। इसलिए आदतें तो डालनी ही पड़ती हैं। अब यह आप पर है कि आप खुद को अच्छी आदतों का गुलाम बनाते हैं या बुरी आदतों का।और भीऔर भी
सांस जो टूटी
2010-09-06
ज़िदगी में सांस एक बार, मगर सांसें बार-बार टूटती हैं। धारा के खिलाफ चलने और चढाइयां चढ़ने के दौरान अक्सर ऐसा होता है। लेकिन जो बार-बार टूटती सांसों को जोड़ने का हुनर सीख लेते हैं, ज़िंदगी उन्हीं की होती है।और भीऔर भी