यूं तो काल गणना का हर पल कोई न कोई महत्व रखता है लेकिन कुछ तिथियों का भारतीय काल गणना में विशेष महत्व है। भारतीय नव वर्ष (विक्रमी संवत) का पहला दिन (यानि वर्ष-प्रतिपदा) अपने आप में अनूठा है। इसे नव संवत्सर भी कहते हैं। इस दिन पृथ्वी सूर्य का एक चक्कर पूरा करती है और दिन-रात बराबर होते हैं। इसके बाद से ही रात्रि की अपेक्षा दिन बड़ा होने लगता है। काली अंधेरी रात के अन्धकारऔरऔर भी

साल 2010 में 5700 से 6160 तक। यह रहा है साल के शुरू से लेकर अंत का निफ्टी का सफर। निफ्टी एक मुकाम हासिल कर चुका है। अब स्टॉक्स भी जनवरी 2011 में ऐसा करेंगे। आप स्क्रीन देखते हैं, बिलखते हैं और अपना हौसला खो बैठते हैं। लेकिन हम कर भी क्या सकते हैं। यह भारतीय बाजार के सिस्टम की नाकामी है। दिसंबर के सेटलमेंट में जिन स्टॉक्स के भावों में गिरावट आई, वे कभी सुधर करऔरऔर भी

मंत्रों की शक्ति मैं नहीं जानता। आवाहन नहीं जानता। वंदना भी नहीं जानता। लेकिन बताते हैं कि दीपावली के अवसर पर माता लक्ष्मी की विशिष्ट कृपा पाने के लिए इस मंत्र का जाप करते हैं तो आप सबकी तरफ से हम भी कहते हैं, “ऊँ महालक्ष्मये च विदमहे विष्णु पत्न्ये च धीमहि तन्नो लक्ष्मिः प्रचोदयात्। ऊँ शांतिः शांतिः शांतिः।” मैं तो मां लक्ष्मी से यही मांगता हूं कि वे अर्थकाम की टीम को इतना सक्षम व समर्थऔरऔर भी