जमीन की हर इंच पर कोई न कोई काबिज है। मांगने पर महाभारत तय है। यूं तो व्योम भी हमारा है। पर, उसकी नींव के लिए भी जमीन चाहिए। इसलिए जीवन में संघर्ष के सिवा कोई रास्ता नहीं है पार्थ!और भीऔर भी

इंसान का स्वभाव और कुत्ते की दुम एक बार आकार ले ले तो फिर उसे बदलना लगभग नामुमकिन होता है। इसलिए बालपन में ही अच्छे संस्कारों की नींव डालना जरूरी है। बाद में कुछ नहीं हो पाता।और भीऔर भी