चीन की राजधानी बीजिंग के जो लोग अभी तक प्रदूषण की पूरी जानकारी के लिए अमेरिकी दूतावास पर निर्भर थे, उन्हें अब शहर प्रशासन ही पूरी जानकारी देने लगेगा। बड़े आश्चर्य की बात है कि बीजिंग का प्रशासन अभी तक शहर ने बाशिंदों को प्रदूषण की आधी-अधूरी जानकारी ही देता था। लेकिन लोगों के दबाव के आगे झुकते हुए उसने अब वायु प्रदूषण के बारे में विस्तृत जानकारी देने पर रजामंदी जता दी है। असल में चीनऔरऔर भी

कुछ तो मजबूरियां रही होंगी, यूं ही कोई बेवफा नहीं होता। यूं ही बिना किसी बात पर कोई शेयर खाक नहीं होता। ऐसा तभी होता है जब लोग उसे बेचने पर उतारू हो जाएं। और, कोई यूं ही किसी शेयर को बेचने पर उतारू नहीं होता। उसके पीछे कुछ न कुछ ज्ञात-अज्ञात कारण, कुछ न कुछ स्वार्थ जरूर होता है। खासकर ऐसा जब किसी स्मॉल कैप कंपनी के साथ हो तो इन स्वार्थों की शिनाख्त जरूरी होऔरऔर भी

विश्व बैंक ने गंगा नदी की साफ-सफाई के लिए एक अरब डॉलर का ऋण मंजूर किया है। विश्व बैंक ने एक बयान जारी कर कहा कि इस सहयोग राशि का एक बड़ा हिस्सा सतत ढंग से गंगा में प्रदूषण घटाने के उपायों में लगाया जाएगा जिनमें जल संग्रह व शोधन, औद्योगिक प्रदूषण नियंत्रण और कूड़ा प्रबंधन वगैरह शामिल है। विश्व बैंक ने कहा कि उसकी राष्ट्रीय गंगा नदी घाटी परियोजना से गंगा को स्वच्छ करने और संरक्षणऔरऔर भी