भारतीय कम्‍पनी सचि‍व संस्‍थान (आईसीएसआई) ने कम्‍पनी सचि‍व फाउंडेशन कार्यक्रम के लि‍ए नया पाठ्यक्रम शुरू कि‍या है। इसमें चार पेपर इस प्रकार होंगे – बिजनेस माहौल व उद्यमशीलता, बिजनेस प्रबंधन, नीति‍शास्‍त्र व संप्रेषण, बिजनेस अर्थशास्त्र, लेखा व लेखा परीक्षण के मूल सि‍द्धान्‍त। नये पाठ्क्रम के अंतर्गत फाउंडेशन कार्यक्रम के लि‍ए वस्‍तुपरक बहुप्रश्‍न प्रणाली (OMR) परीक्षा होगी। छात्र इस परीक्षा में अपने अध्‍ययन के आधार पर भाग ले सकते हैं। फाउंडेशन कार्यक्रम के छात्रों के लि‍ए कोचिंग पूराऔरऔर भी

अमेरिका में बसने की तमन्ना रखने वाले भारत जैसे देशों के प्रोफेशनल लोगों के लिए एक अच्छी खबर है। अमेरिकी संसद के निचले सदन, प्रतिनिधि सभा ने प्रत्येक देश पर आधारित आव्रजन (इमिग्रेशन) वीज़ा की सीमा को खत्म करने के पक्ष में मतदान किया है। अभी के इमिग्रेशन एंड नेशनलिटी एक्ट के तहत किसी एक देश के लिए दिए गए वीज़ा की संख्या एक साल में कुल जारी वीज़ा की संख्या के सात फीसदी से ज्यादा नहींऔरऔर भी

कॉरपोरेट कार्य मंत्रालय ने तय किया है कि अगर कंपनी के किसी अनुबंध को उसके शेयरधारक आमसभा में विशेष प्रस्ताव लाकर पारित कर देते हैं तो मंत्रालय उसे अपना अनुमोदन ऑनलाइन दे देगा। ऐसा समय की अनावश्यक बरबादी को रोकने के लिए किया गया है। इसके लिए कंपनी एक्ट, 1956 की धारा 297 के तहत प्रावधान किया गया है जिसे 24 सितंबर, 2011 से लागू कर दिया जाएगा। नई प्रक्रिया के तहत तय शुल्‍क देकर अब अनुमोदनऔरऔर भी

बरसात के मौसम में जैसे आपकी कार को खास देखभाल की जरूरत होती है, ठीक वैसे ही ज्यादा से ज्यादा फायदे के लिए कार इंश्योरेंस में भी आपको खास सावधानियां बरतनी पड़ती हैं। बारिश का मौसम अपने साथ ताजगी के साथ कई तरह की मुसीबतें भी लेकर आता है। रास्ते पर जलभराव व गड्ढों की वजह से ट्रैफिेक जाम और एक्सीडेंट से वाहन मालिकों को दो-चार होना पड़ता है। इसलिए इस मौसम में आपको कार के साथऔरऔर भी

अब लाभ न कमानेवाली या मामूली लाभ कमानेवाली लिस्टेड कंपनी भी प्रबंधन से जुड़े प्रोफेशनल को बेधड़क हर महीने 4 लाख रुपए से ज्यादा का वेतन व भत्ता दे सकती है। इसके लिए उसे केंद्र सरकार से कोई इजाजत नहीं लेनी पड़ेगी। अभी तक इससे पहले कंपनी को सरकार की मंजूरी लेना जरूरी था। लेकिन कॉरपोरेट कार्य मंत्रालय ने कंपनी एक्ट 1956 के संबंधित प्रावधान को ही अब बदल दिया है। कंपनी एक्ट 1956 के अनुच्छेद –औरऔर भी

प्रबंधन स्तर पर काम कर लोगों को कम छुट्टियां मिलने के मामले में भारत दुनिया में चौथे नंबर पर है। यहां इस स्तर के कर्मियों को साल भर में औसतन 22 दिन की ही छुट्टी मिल पाती है। एक्सपीडिया के सर्वे के मुताबिक जापान इस सूची में सबसे ऊपर है जहां लोगों को 9 दिन ही छुट्टी मिल पाती है। इसके बाद अमेरिका (14 दिन) व ऑस्ट्रेलिया (16.5 दिन) का नंबर है। यूरोप में प्रबंधकों की मौजऔरऔर भी

हसन अली पुणे महाराष्ट्र का रहनेवाला वो शख्स है जिसका घोषित धंधा घुड़दौड़ का है। मुंबई में महालक्ष्मी रेसकोर्स का वह ख्यात-कुख्यात बिजनेसमैन है। लेकिन हकीकत में वह हमारे राजनेताओं और रसूखदार लोगों के लिए ऐसा घोड़ा है जिसकी पीठ पर सवार होकर इन्होंने अपनी अवैध कमाई स्विस बैंकों के गोपनीय खातों तक पहुंचाई है। आयकर विभाग हसन अली से पेनाल्टी समेत एक लाख करोड़ रुपए की मांग करनेवाला है, जिसमें 72,000 करोड़ रुपए चुराए गए टैक्सऔरऔर भी

मान लीजिए कि आप डॉक्टर, इंजीनियर या वकील जैसे प्रोफेशनल हैं और आप किसी घनी बस्ती में रहते हैं। एक दिन आंधी-तूफान आता है और आपका एअर-कूलर या एसी का बॉक्स आपके पड़ोसी की कार पर गिरकर उसे क्षतिग्रस्त कर देता है। आपका पड़ोसी अंकड़ू हुआ तो आपसे झगड़ा करेगा और भी ज्यादा गुस्से वाला हुआ तो हरजाने के लिए आपको कोर्ट में घसीटने की सोचेगा। यह एक आकस्मिक हादसा है जिसके लिए आप जिम्मेदार नहीं हैंऔरऔर भी