गड्डम-गोल 2011-08-24 By: अनिल रघुराज On: August 24, 2011 In: ऋद्धि-सिद्धि सब कुछ गोल है तो देख पाने की सीमा है। पर फायदा यह है कि आगे क्या होनेवाला है, इसका आभास पहले ही हो जाता है। सूरज की लालिमा बाद में आती है। रात की कालिमा उससे पहले ही छंटने लगती है।और भीऔर भी