इस दुनिया में सारा कुछ हमारे वश में नहीं है। लेकिन हर समस्या का शिद्दत से शिकार करना ज़रूर हमारे वश में है। जितना अपने वश में है, उसे ज्ञान-ध्यान व कर्म-श्रम से और जो वश में नहीं है, उसे टेक्नोलॉजी और नेटवर्किंग से जीता जा सकता है।और भीऔर भी

कल क्या हुआ, यह हम सभी जानते हैं। लेकिन कल क्या होगा, यह कोई नहीं जानता। कल अच्छा भी हो सकता है, सामान्य भी और बुरा भी। एक अकेले व्यक्ति का इस पर कोई वश नहीं। हां, सामूहिक रूप से जरूर इसे कुछ हद तक बांधा जा सकता है।और भीऔर भी

एक हद के बाद हम कुछ नहीं कर सकते। फिर जो भी है, वह दूसरे को ही करना होता है। यह दूसरा प्रकृति भी हो सकती है और इंसान भी। प्रकृति पर हमारा वश नहीं, लेकिन इंसान को समाज ठीक कर सकता है।और भीऔर भी