बाजार उठने की पुरजोर कोशिश करता रहा। दो बजे तक मंदड़िए हावी रहे। लेकिन उसके बाद तेजड़िए इसे आगे ले जाने में कामयाब रहे। उन्होंने लांग पोजिशन बना रखी है जबकि दूसरे कारोबारी शॉर्ट हुए पड़े हैं। इसलिए यह बड़ी बात है कि बाजार अंत में बढ़त लेकर बंद हुआ है। निफ्टी में 0.28 फीसदी तो सेंसेक्स में 0.24 फीसदी वृद्धि दर्ज की गई है। इससे पूरे हफ्ते की दशा-दिशा तय हो सकती है। आज की बढ़तऔरऔर भी

सऊदी अरब चाहता है कि कच्चे तेल के दाम 70 से 80 डॉलर प्रति बैरल तक ही रहें तो यह तेल उत्पादक देशों के लिए अच्छा होगा। उसका कहना है कि यदि तेल की कीमतें ऊंचाई पर रहती हैं तो इसे पश्चिम के देश ऊर्जा जरूरतों में आत्मनिर्भर बनने की कोशिश करेंगे और वे इसका कोई वैकल्पिक स्रोत ढूंढ लेंगे। कच्चे तेल के दाम सोमवार को अंतरराष्ट्रीय बाजार में 114.63 डॉलर प्रति बैरल रहे हैं। सउदी अरबऔरऔर भी

एरीज एग्रो (बीएसई – 532935, एनएसई – ARIES) के बारे में यूं समझ लीजिए कि वो कृषि रयासनों के धंधे में लगी भारत की बहुराष्ट्रीय कंपनी है। अभी तीन दिन पहले ही 21 फरवरी को उसकी सब्सिडियरी अमरक केमिकल्स ने संयुक्त अरब अमीरात के फुजैरा औद्योगिक क्षेत्र में सल्फर बेंटोनाइट की इकाई में व्यावसायिक उत्पादन शुरू किया है। कंपनी की बिजनेस रणनीति की झलक इस बात से मिल सकती है कि दुनिया में कृषि क्षेत्र में सल्फरऔरऔर भी

कच्चा तेल आज दो भूमिकाओं में है। एक तरह जहां वह एक भौतिक जिंस है, वहीं दूसरी तरफ वह निवेश के लिए एक वित्तीय माध्यम या आस्ति भी बन चुका है। अगर हमें इसके मूल्यों में आनेवाले उतार-चढ़ाव और सही मूल्य के अंतर को समझना है कि हमें कच्चे तेल के भौतिक व वित्तीय बाजार के अंतर्संबंध को समझना होगा। केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री जयपाल रेड्डी ने मंगलवार को रियाद (सऊदी अरब) में अंतरराष्ट्रीय उर्जा फोरम की विशेषऔरऔर भी