ज़िंदगी में सुरक्षा की ही नहीं, असुरक्षा की भी ज़रूरत होती है। बूढ़े या असहाय लोग सुरक्षा की चाह रखें तो समझ में आता है। लेकिन नौजवानों के लिए यह चाह अच्छी नहीं क्योंकि असुरक्षा के बिना वे जीवन के तमाम जरूरी सबक नहीं सीख पाते।और भीऔर भी

न जाने कितने जिरहबख्तर बांधे फिरते हैं हम। कभी भगवान, कभी परिवार, कभी परंपरा तो कभी नौकरी का कवच कुंडल हमारी हिफाजत करता रहता है। बहादुर वो है जो इस सारी सुरक्षा को तोड़कर सीधे सच का सामना करता है।और भीऔर भी

केंद्र सरकार ने कल बुधवार को ही सभी मंत्रालयों को बोलचाल की हिंदी इस्तेमाल करने के लिए लंबा-चौड़ा सर्कुलर जारी किया है। इसमें बताया गया है, “यह काफी नहीं है कि लिखने वाला अपनी बात खुद समझ सके कि उसने क्‍या लिखा है। जरूरी तो यह है कि पढ़ने वाले को समझ में आ जाए कि लिखने वाला कहना क्‍या चाहता है।” लेकिन हकीकत में हमारे बाबू लोग इतना गोलगपाड़ा करते हैं कि किसी के कुछ समझऔरऔर भी

भय व भ्रमों के चलते हम चीजों को आधा-अधूरा या आड़ा-तिरछा देखते हैं। सच देखने के लिए हमें निर्भय होना पड़ेगा और इसके लिए समाज व परंपरा से मिली सुरक्षा को तोड़कर असुरक्षित हो जाना जरूरी है।और भीऔर भी

कई महीनों की अनिश्चितता के बाद सरकार ने नए राष्ट्रीय खुफिया तंत्र, नेशनल ग्रिड (नेटग्रिड) को प्रारंभिक मंजूरी दे दी है। नेटग्रिड गृहमंत्री पी चिदंबरम के दिमाग की उपज है और वित्त मंत्रालय व रक्षा मंत्रालय इसका विरोध करते रहे हैं। गृह मंत्रालय का दावा है कि इससे आतंकवादी खतरों के खिलाफ कार्यरत एजेंसियों को जरूरी सूचनाओं का आदान-प्रदान करने में आसानी हो जागी। सोमवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की सुरक्षा मामलोंऔरऔर भी

आईडीबीआई बैंक ने दुनिया में पहली बार 24 घंटे सातों दिन की लॉकर सुविधा शुरू की है। बैंक के चेयरमैन व प्रबंध निदेशक आर एम मल्ला ने सोमवार को मुंबई की कफ परेड, कोलाबा शाखा में इसकी शुरुआत करते हुए कहा कि देश की बात छोड़िए, पूरी दुनिया में अभी तक कहीं भी एनी टाइम लॉकर (एटीएल) की सुविधा नहीं है। उन्होंने कहा कि कुछ बैंक जरूर रोजमर्रा के बैंकिंग अवधि से कुछ समय ज्यादा तक लॉकरऔरऔर भी

इंटरनेट सुरक्षा में सेंध का एक बड़ा मामला सामने आया है। अमेरिका में बोस्टन से जारी खबर में आशंका जताई गई है कि एक हैकर सोनी के ऑनलाइन प्लेस्टेशन वीडियो गेम नेटवर्क में घुसकर करीब 7.7 करोड़ ग्राहकों की निजी सूचनाएं उड़ा ले गया है। इसमें ऐसे ग्राहकों की क्रेडिट कार्ड संबंधी सूचनाएं भी शामिल हैं। सोनी के वरिष्ठ निदेशक (कारपोरेट संचार और सोशल मीडिया) पैट्रिक सेबोल्ड ने एक ब्लॉग में लिखा है कि ‘एक अनधिकृत व्यक्ति’औरऔर भी

भुवनेश्वर के रहने वाले एक व्यक्ति ने सिलिंडर से गैस रिसाव के बारे में पता लगाने के लिए एक उपकरण तैयार किया है। सुरक्षा नामक इस उपकरण को गौतम कुमार ने तैयार किया है जिससे गैस के मामूली रिसाव का पता लगाया जा सकता है और यह उपकरण अधिकतम पांच लोगों को इसके बारे में एसएमएस के जरिए सूचना देने में सक्षम है। यह संदेश अलार्म के साथ सुनाई देगा। इस उपकरण को तैयार करने के लिएऔरऔर भी