हाथ साफ 2011-07-01 By: अनिल रघुराज On: July 1, 2011 In: ऋद्धि-सिद्धि समाज है तो सहयोग है। लेकिन हम पोटली पर हाथ धरे बैठे रहें और कोई दूसरा हमारा फायदा करा देगा, यह सोच ही मूलतः गलत है। इसी का फायदा उठाकर दूसरे हमारी जमापूंजी पर हाथ साफ कर जाते हैं।और भीऔर भी