चींटी अगर घड़े पर भी चले तो उसे लगता है कि वह सीधी रेखा में चल रही है। हमारे साथ भी यही होता है। लेकिन इस सृष्टि में सब कुछ वक्र है। विशाल वक्र का छोटा हिस्सा हमें सीधा दिखता है, पर होता नहीं।और भीऔर भी