shri yantra

पुराने वित्त वर्ष की आखिरी तिमाही बीत ली। नए वित्त वर्ष की पहली तिमाही शुरू हो गई। तो, हम भी पुरानी छायाओ से मुक्त होकर नई शुरूआत कर रहे हैं। मनोगत धारणाओं के बजाय सही तथ्यों की रौशनी में सत्य को पकड़ने की कोशिश में लगेंगे। यहां अब से शेयर बाजार ही नहीं, म्यूचुअल फंड, बैंकिंग व बांड, विदेशी मुद्रा और कमोडिटी बाजार की नब्ज पकड़ने की कला का अभ्यास करेंगे। मेहनत से मुठ्ठी भर मंत्र जुटाएंगे।औरऔर भी

मेरे तईं रेल बजट बाजार के लिए कोई खास मायने नहीं रखता। हम बखूबी जानते हैं कि चाहे वो रेल बजट हो या आम बजट, सरकार के लिए धन जुटाना बड़ी समस्या है। फिर भी रेल मंत्री दिनेश त्रिवेदी ने सालों बाद किराया बढ़ाने की जुर्रत की है, जिसके लिए उनकी दाद देनी पड़ेगी। हालांकि मैं तो अर्थव्यवस्था की उस सूक्ष्म तस्वीर को पकड़ने की कोशिश कर रहा हूं जो निश्चित रूप से बजट के छोटे दायरेऔरऔर भी

देश में फरवरी माह में चेक के जरिये लेनदेन का आंकड़ा 2.5 फीसदी बढ़कर 7.97 लाख करोड़ रुपए पर पहुंच गया है। भारतीय रिजर्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार साल भर पहले फरवरी, 2010 चेक के जरिये लेनदेन का आंकड़ा 7.77 लाख करोड़ रुपए का रहा था। आंकड़ों के अनुसार, फरवरी माह में बैंकों द्वारा कुल 1080.9 लाख चेक क्लियर किए गए। इससे पिछले साल इसी माह में 1076.3 लाख चेक क्लियर किए गए थे। बीते वित्तऔरऔर भी