केएस ऑयल्स (बीएसई – 526209, एनएसई – KSOILS) में ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है कि उसका शेयर 52 हफ्ते के न्यूनतम स्तर पर पहुंच जाए। लेकिन कल वह 37.80 रुपए की तलहटी पर पहुंचा है तो कुछ तो वजह रही होगी? अपने-आप तो ऐसा नहीं हो सकता? उसमें वोल्यूम भी अच्छा-खासा हुआ है। बीएसई में जहां दो हफ्ते का औसत रोजाना कारोबार 12.64 लाख शेयरों का रहा है, वहीं कल इसके 20.85 लाख शेयरों में सौदेऔरऔर भी

मंगलवार को बीएसई सेंसेक्स 240 अंक गिरा और एनएसई निफ्टी 77 अंक। लेकिन जीआईसी हाउसिंग फाइनेंस दोनों ही एक्सचेंजों में पहुंच गया 52 हफ्तों के उच्चतम स्तर 106.40 रुपए (एनएसई) व 106.45 रुपए (बीएसई) पर। हालांकि बंद हुआ यह क्रमशः 104.15 और 104.10 रुपए पर। बढ़त का यह सिलसिला अभी जारी रहने का अनुमान है। असल में जीआईसी (साधारण बीमा निगम) और चार पांच सहायक कंपनियों – नेशनल इंश्योरेंस, ओरिएंटल इंश्योरेंस, यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस, न्यू इंडिया एश्योरेंसऔरऔर भी

सूर्या रोशनी में सब कुछ है। नाम है, धंधा है, ब्रांड है। 1973 में बनी पुरानी कंपनी है। बिजली के नए से नए लैंप व ट्यूबलाइट के साथ ही वह स्टील के पाइप व स्ट्रिप भी बनाती है। प्रबंधन चौकस है। 2009-10 में उसने 1938.93 करोड़ रुपए के कारोबार पर 45.17 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ कमाया है। उसकी प्रति शेयर बुक वैल्यू अभी 88.71 रुपए है और प्रति शेयर लाभ (ईपीएस) है 16.23 रुपए। लेकिन शेयरऔरऔर भी

जिंदगी में पहले से ही सब कुछ पता हो तो वह कितनी बोरिंग हो जाएगी? फिर भी हम कल क्या होनेवाला है, इसका पता लगाने में जुटे रहते हैं। यही हाल शेयर बाजार का है। पारदर्शिता कितनी भी बढ़ जाए, पहले से सटीक अनुमान लगाना मुश्किल है कि कल ठीक-ठीक क्या होनेवाला है, कौन-से शेयर बढ़ेंगे, कौन-से गिरेंगे। जानने की इच्छा के बीच अज्ञात का थ्रिल। इसी भाव से शेयर बाजार को देखिए। अच्छा लगेगा। आज केऔरऔर भी

इप्का लैब्स का शेयर इसी साल मार्च में स्प्लिट किया गया है और 10 रुपए अंकित मूल्य का शेयर अब 2 रुपए अंकित मूल्य के पांच शेयरों में बंट गया है। 23 मार्च 2010 को रिकॉर्ड तिथि थी। इसके पहले 19 मार्च को बीएसई में शेयर का भाव 1316 रुपए था। अगर इसे पांच से भाग दें तो 2 रुपए अंकित मूल्य पर उसका तत्कालीन भाव 263.20 रुपए निकलता है। इसके बाद 21 मई को यह 233औरऔर भी