जो कोई शेयर बाज़ार को औद्योगिकीकरण से काटकर देखता है, वो सच्चाई से बहुत दूर हैं। और, जो भी सच्चाई से दूर रहता है, सच उससे इस अनदेखी की भरपूर कीमत वसूलता है। साथ ही चीजों को संपूर्णता में समझना होता है। सांस लेना और छोड़ना, लहर का उठना और गिरना। ऐसा उतार-चढ़ाव न हो तो जीवन ही न चले। ट्रेडिंग को जीवन की इसी लयताल के साथ जोड़कर समझिए। अब देखें पृष्ठभूमि गुरुवार की और आगे…औरऔर भी

बड़े निवेशकों की चाल क्या, कब और कैसे होती है, इसका एक नमूना पेश किया शुक्रवार को राकेश झुनझुनवाला ने। उन्होंने एचटी मीडिया के 15 लाख शेयर 71.25 रुपए के भाव पर खरीद लिए। 10.69 करोड़ रुपए का यह सौदा बल्क डील के माध्यम से हुआ। जाहिर है कि इतनी बड़ी एकमुश्त रकम हमारे-आपके पास नहीं हो सकती। लेकिन भाव का यह वो स्तर था, जहां पहले संस्थागत खरीद हो चुकी थी। अब नए महीने का आगाज़…औरऔर भी

आपको बहुतेरे लोग कहते मिल जाएंगे कि अच्छा-खासा स्टॉक भी उनके खरीदते ही गिरने लगता है। उन्हें लगता है कि शेयरों में कमाई किस्मत का खेल है। लेकिन दुनिया के दिग्गज ट्रेडरों का अनुभव बताता है कि यहां का मूल मंत्र कौशल और अनुशासन है। किस्मत तो कतई नहीं। किसी चमत्कारी इंडीकेटर या थ्योरी की खोज भी यहां बेमानी है। मायने है तो इसका कि आपने ट्रेडिंग के कौशल को कितना निखारा है। अब रुख बाज़ार का…औरऔर भी

एचटी मीडिया। देश के दूसरे सबसे ज्यादा पढ़े जानेवाले अंग्रेजी अखबार हिंदुस्तान टाइम्स और सबसे तेजी से बढ़ते हिंदी अखबार हिंदुस्तान की प्रकाशक। जुलाई 2010 से हिंदुस्तान को कंपनी ने अपनी सब्सिडियरी, हिंदुस्तान मीडिया वेंचर्स (एचएमवीएल) में डालकर अलग से लिस्ट करा दिया। लेकिन 77.72 फीसदी हिस्सेदारी के कारण उसके विकास का आनुपातिक लाभ इसे भी मिलता रहेगा। एचडी मीडिया के शेयर में कल अचानक काफी ज्यादा कारोबार हुआ है। बीएसई (कोड – 532662) में 35,000 केऔरऔर भी