आप सौभाग्यशाली हैं जो असंतुलन से संतुलन तक पहुंचने का माध्यम बन रहे हैं। बड़ी किस्मत वाले हैं जो नवसृजन के काबिल समझे गए। लेकिन बीड़ा उठाने से पहले से जान लें कि यह राह भयंकर पीड़ादायी है।और भीऔर भी

बढ़ती मुद्रास्फीति की हकीहत और चिंता रिजर्व बैंक पर भारी पड़ी है। इतनी कि मार्च की मुद्रास्फीति के लिए इसी जनवरी में 5.5 फीसदी से बढ़ाकर 7 फीसदी किया गया अनुमान उसने फिर बढ़ाकर 8 फीसदी कर दिया है। जाहिर है तब आर्थिक विकास के बजाय उसकी प्राथमिकता मुद्रास्फीति पर काबू पाना बन गया और इसके लिए उसने ब्याज दरों में 0.25 फीसदी वृद्धि कर दी है। असल में रिजर्व बैंक ने मुद्रास्फीति का अनुमान बढ़ाकर एकऔरऔर भी