मित्र हैं, सरकारी अफसर हैं। शेयर बाज़ार का अच्छा-खासा अनुभव है। 2008 में जबरदस्त चपत के बाद गायब थे। इधर मई के बाद से उन्होंने शेयरों में करीब दस लाख रुपए डाले। चार महीने में करीब सवा लाख के फायदे से गदगद हैं। पोर्टफोलियो में 80 से ज्यादा शेयर। बताते हैं कि जो ठीकठाक लगा, लेते चले गए। लेकिन निवेश का यह तरीका ठीक नहीं। पोर्टफोलियो 40 स्टॉक्स तक सीमित रखें। अब तथास्तु में आज की कंपनी…औरऔर भी

नेशनल पेरॉक्साइड 1954 में बनी नुस्ली वाडिया परिवार की कंपनी है। नुस्ली के बेटे नेस वाडिया इसके चेयरमैन हैं। कंपनी कल्याण (महाराष्ट्र) की फैक्टरी में तीन रसायन बनाती है – हाइड्रोजन पेरॉक्साइड, सोडियम परबोरेट व पैरासेटिक एसिड बनाती है। लेकिन इसमें प्रमुख है हाइड्रोडन पेरॉक्साइड जिसमें देश का 40 फीसदी बाजार उसके हाथ में है। कंसोलिडेट आधार पर कंपनी वित्त वर्ष 2010-11 में कंपनी का ईपीएस (प्रति शेयर मुनाफा) 101.23 रुपए और स्टैंड-एलोन आधार पर 100.65 रुपएऔरऔर भी