कभी-कभी अपनी निपट मूर्खता या भोलेपन में आप ऐसी गलतियां कर बैठते हैं जिनके दाग मिटते ही नहीं। आपको रह-रहकर कचोटते हैं। पलट-पलट कर सीना तान आपसे हिसाब मांगने पहुंच आते हैं। ऐसी अधिकांश गलतियां सहज विश्वास में आकर किसी पर अंधा भरोसा करके की जाती हैं। अर्थकाम के शुरुआती दौर में हम से भी कुछ ऐसी ही गलतियां हुई हैं। नए-नए जोश में हम पर ऐसे शेयरों को सामने लाने का जुनून सवार था, जो आपकेऔरऔर भी