थोड़ा थमकर सांस ले लूं तो चलूं
2011-12-25
छोटी-सी सूचना देनी थी। सामने होते तो इजाजत भी ले लेता। हफ्ते भर की छुट्टी लेनी है। सोमवार से इतवार तक। फिर सीधे नए साल में 2 जनवरी 2012 को हाजिर हूंगा। इस बीच गाहे-बगाहे कुछ न कुछ लिखता जरूर रहूंगा, लेकिन अनुशासन से मुक्त, छुट्टी की मानसिकता में एकदम बोझ-मुक्त होकर। हां, सुबह-सुबह ऋद्धि-सिद्धि के जरिए आपके मन की दुनिया में कंकड़ फेंकने का सिलसिला अनवरत जारी रहेगा क्योंकि वो तो दिमाग की धुकधुकी है जोऔरऔर भी