हर पल महाभारत छिड़ी है। मोह में फंसकर अर्जुन अकर्मण्य हो जाता है। अंदर का कृष्ण ज्ञान न कराए तो हम हथियार डालकर बैठ जाते हैं। लेकिन लड़े बिना न यह धरती मिलती है और न ही वीरगति।और भीऔर भी